- दोस्तों आज हम आपको एसे मंदिर के बारे मे बताने जा रहे है जिसका नाम आपने कही ना कही तो सुना ही होगा या तो आप पहले से ही उस मंदिर के बारे जानते होंगे।
- चोटिला मंदिर गुजरात (chotila tample gujarat )
- तो आज हम बात करने वाले है सुरेन्द्रनगर (गुजरात ) मे ओर चोटिला की पहड़ियों स्थित श्री चामुंडा माताजी के मंदिर के बारे मे ।
- दोस्तों ये मंदिर पर्वत की चोटी पर स्थित है जो समुद्र तल से तकरीबन 1250 फिट ऊपर है । ओर हमे मंदिर तक पहुचने के लिए 920 सीढ़िया चढ़नी पड़ती है ।
- ये मंदिर अहमदाबाद से तकरीबन 50 मिल दूरी पर स्थित है ।
- पहेले तो हम चोटिला मंदिर के इतिहास के बारे जानेगे ,दोस्तों कहा जाता है की चोटिला का ये पहाड़ हजारों सालों से भी पुराना है जिसका जिक्र स्थान ओर गरुड पुराण से भी मिलता है ।
- श्री मत भागवत के अनुसार हजारों सालों पहेले इस क्षेत्र मे चंड़ मुंड नाम के दो राक्षसों का प्रकोप था ,वो दोनों राक्षस चोटिला के स्थानिक लोगों ओर ऋषि मुनियों को बहुत ज्यादा परेशान करते थे ।
- फिर ऋषि मुनियों ने इन दोनों राक्षसों से परेशान होकर माता आदयशक्ति की आराधना की ओर हवन किया ,ओर उसी हवन कुंड से माता आदीशक्ति प्रगट हुए ओर चंड मुंड नाम के दोनों राक्षसों का संहार किया ।
- फिर दोनों राक्षसों का वद करने के बाद मा आदीशक्ति इसी इसी चोटिला के पर्वत पर विराजमान हो गए ,ओर तबसे उनको चामुंडा नाम से पहचाना जाता है ।
- ओर हम आपको ये बात दे की मा चामुंडा गुजरात ओर भारत के कही सारे हिन्दू परिवार की कुलदेवता भी है ।
- ओर दोस्तों कही सारे लोगों का मानना ये है की मा चामुंडा का ये मंदिर 51 शक्तिपीठों मे से एक है
- आपको ये जानकर हेरानी होंगी की चोटिला पर्वत पर किसी को भी रात को रुकने की अनुमति नहीं है । केवल नवरात्रि के समय 5 लोगों को रहने की अनुमति दी जाती है
- अगर आप भी कभी गुजरात जाते है तो एक बार चोटिला पर्वत पर स्थित मा चामुंडा के दर्शन जरूर करे ।
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